Ariel on lockdown

“Come, Ariel. Time for your walk.” Startled, I raised my head and saw a face, mouth and nose hidden behind a white cloth, a pair of spectacles guarding the eyes that bore into me. Struck dumb with fear, tail tucked between my hind legs I was about to bolt when my keen sense of smell … Continue reading Ariel on lockdown

भारत एक हिन्दू राष्ट्र?

आजकल नागरिकता संशोधन कानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं। नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स तो 1951 की जनगणना के समय से ही चलन में है और इस पर किसी को कोई आपत्ति भी नहीं हुई। अब नागरिकता संशोधन कानून के साथ इसे जोड़ कर कहा जा रहा … Continue reading भारत एक हिन्दू राष्ट्र?

इस देश का यारों क्या होगा

स्वाधीनता  दिवस  पर  ओजपूर्ण  देशभक्ति  के  गीतों  में  'यह  देश  है  वीर  जवानों  का'  सुना.  विचार  आया  कि  देश  वीर  जवानों  से  कहीं  अधिक  बेईमानों  और  दलालों  का  है  जो  घोटालों  के  ज़रिए  अपनी  जेबें  भरने  में  व्यस्त  रहते  हैं.  प्रेरित  हो  कर  मैंने  उस  ही  गीत  के  आधार  पर  निम्न  पैरोडी  लिखी.  साहिर  लुधियानवी  … Continue reading इस देश का यारों क्या होगा

सत्ता पक्ष बनाम विपक्ष

15 अगस्त 1947. नई दिल्ली. अर्ध रात्रि. अँग्रेज़ी ध्वज के स्थान पर भारत का तिरंगा लहराने लगा. भारत  स्वतंत्र  हो गया. स्वतंत्र भारत की माटी पर सूर्य की पहली किरण पड़ते ही मानो देश में हर ओर खुशहाली छा गयी. सभी समस्याओं का अंत हो गया. कोई ग़रीब नहीं रहा. बेईमानी, रिश्वतखोरी, कमीशनबाज़ी एकदम बंद … Continue reading सत्ता पक्ष बनाम विपक्ष

Our Fake Heroes

So, Salman Khan got bail after being convicted in the Black Buck case. Good for him. Not so good for Blackbuck, of course. Most people I know are of the opinion that, instead of sending him to jail, he could be ordered to pay a hefty amount of money, to the tune of a few … Continue reading Our Fake Heroes

राहु केतु और सूर्य ग्रहण

'दान  करो,  दान  करो'. कौपीन  धारण  किए  ब्राह्मण  कंधे  पर  झोला  लटकाए  हर  द्वार  पर  गुहार  लगा  रहे  थे.  हर  द्वार  से  उन्हें  गेहूँ,  चावल,  दाल  आदि  दान  के  रूप  में  मिल  रहा  था.  अम्मा  ने  भी  एक  थाली  में  कुछ  गेहूँ  रखे,  मेरा  हाथ  लगवाया,  ताकि  इस  दान  का  पुण्य  मुझे  मिले,  और  ब्राह्मण … Continue reading राहु केतु और सूर्य ग्रहण

हिन्दुस्तान केवल हिंदुओं के लिए ?????

हाल  ही  में  एक  छोटे  से  नेता  ने  उद्घोषणा  की  कि  हिन्दुस्तान  केवल  हिंदुओं  के  लिए  है. मन  में  यह  जानने  की  इच्छा  जाग्रत  हुई  कि  देश  के  135  करोड़  नागरिकों  में  कौन  हिंदू  हैं  और  कौन  हिंदू  नहीं  हैं.  क्या  हिंदू  धर्म  को  मानने  वाले  ही  हिंदू  हैं? क्या  हिंदू  नाम  का  कोई  धर्म  … Continue reading हिन्दुस्तान केवल हिंदुओं के लिए ?????